` Festo Fest - The new era to know about your Culture and Dharma

क्रिसमस का त्योहार बड़ों के लिए तो खास होता है लेकिन बच्चों के लिए भी बेहद खास होता है।

सांता क्लॉज़ जो बच्चों के लिए बहुत सारे उपहार और चॉकलेट के साथ लाल और सफेद कपड़े पहनकर आता है।

क्रिसमस एक ऐसा त्योहार है जो हमारे देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। वैसे तो क्रिसमस ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है, लेकिन सभी धर्मों के लोग इसे पूरे मन से मनाते हैं। जिस तरह हिंदुओं और मुसलमानों के मुख्य त्योहार होली, दिवाली, ईद, बकरीद हैं, उसी तरह ईसाइयों का मुख्य त्योहार क्रिसमस का दिन है। जैसे-जैसे सर्दियों का तापमान बढ़ता है, वैसे-वैसे क्रिसमस का रंग भी चढ़ता जाता है। आप हमारे इस पेज से क्रिसमस दिवस पर निबंध, क्रिसमस का महत्व और क्रिसमस के दिन 10 पंक्तियाँ पढ़ सकते हैं। क्रिसमस के दिन लोग सोशल मीडिया के जरिए हैप्पी क्रिसमस डे और मेरी क्रिसमस पर एक-दूसरे को संदेश, शायरी, शायरी आदि भी भेजते हैं। क्रिसमस डे हर साल 25 दिसंबर को पूरी दुनिया में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।

इसी शुभ तिथि को ईसा मसीह का जन्म हुआ था। क्रिसमस ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। हिंदुओं में इन दिनों क्रिसमस को लेकर खासा उत्साह है। भारत में भी क्रिसमस का महत्व बहुत ज्यादा बढ़ता जा रहा है। ईसा मसीह ऊंच-नीच के भेदभाव में विश्वास नहीं करते थे। उन्होंने दुनिया के लोगों को प्यार और भाईचारे के साथ जीने का संदेश दिया। क्रिसमस इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि कुछ दिनों बाद नया साल भी आता है। हम कह सकते हैं कि दिसंबर महीने के आखिरी 10 दिन उत्साह से भरे होते हैं। बच्चे क्रिसमस का बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस दिन बच्चे सांता क्लॉज के आने का इंतजार करते हैं। क्रिसमस ईसाइयों का सबसे बड़ा त्योहार है जो ठंड के मौसम में मनाया जाता है। इस दिन सभी सरकारी स्कूल, कॉलेज, कार्यालय बंद रहते हैं।

क्रिसमस का त्योहार लोग बहुत उत्साह और ढेर सारी तैयारियों और सजावट के साथ मनाते हैं। क्रिसमस से कुछ दिन पहले ईसाई धर्म के लोग अपने घरों को रोशनी और तारों से सजाते हैं। बाजारों में भी क्रिसमस का जश्न देखने को मिल रहा है। क्रिसमस ट्री, केक, सांता क्लॉज के लाल और सफेद कपड़े, उपहार आदि बाजारों में बेचे जाते हैं। क्रिसमस के दिन 25 दिसंबर को लोग चर्च जाते हैं और मोमबत्ती जलाकर और प्रार्थना करके ईसा मसीह को याद करते हैं। क्रिसमस के दिन लोग अपने घरों में क्रिसमस ट्री सजाते हैं और एक-दूसरे को केक खिलाकर शुभकामनाएं देते हैं। सांता क्लॉज की ड्रेस में एक शख्स बच्चों को टॉफियां और गिफ्ट देकर जाता है. क्रिसमस पूरी दुनिया में हर्ष और उल्लास का त्योहार है। यह लोगों को आपस में जोड़ता है।

क्रिसमस का त्योहार लोगों को सभी के साथ सद्भाव से रहने का संदेश देता है और यीशु मसीह द्वारा सिखाई गई क्षमा, भाईचारे और बलिदान जैसी चीजों का बोध कराता है। क्रिसमस के महत्व की बात करें तो क्रिसमस का त्योहार ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। ईसा मसीह का जन्म 25 दिसंबर को रात बारह बजे हुआ था। इसलिए हर साल 25 दिसंबर को क्रिसमस डे बनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि यीशु का जन्म 25 दिसंबर को रात बारह बजे बेथलहम शहर के एक गौशाला में हुआ था। जैसे भारतीयों के लिए दिवाली, ईद और होली है, वैसे ही ईसाइयों के लिए क्रिसमस का त्योहार है। लेकिन आजकल भारतीय भी क्रिसमस को बड़े हर्ष और उल्लास के साथ बनाते हैं। क्रिसमस की सुबह गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा होती है। इस दिन अन्य धर्मों के लोग भी चर्च में मोमबत्तियां जलाकर प्रार्थना करते हैं।


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