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pनवरात्रि वर्ष में चार बार आता है। माघ, चैत्र, आषाढ,अश्विन मास में प्रतिपदा से नवमी तक मनाया जाता है।/p
pत्योहार की तारीख तिब्बती कैलेंडर के पांचवें महीने के दसवें दिन मनाई जाती है। इसे पद्मसंभव की जयंती के रूप में मनाया जाता है।/p
pयह तमिल सौर कैलेंडर के अनुसार ताई महीने की शुरुआत में मनाया जाता है जो हिंदू सूर्य देवता को समर्पित है।/p
pबिहू शब्द डिमासा लोगों की भाषा से लिया गया है, जो प्राचीन काल से एक कृषि समुदाय है। /p
pउगादि पर्व नए साल की तरह मनाया जाता है।/p
pनवरात्रि पर्व में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा में श्रद्धालु नतमस्तक होते हैं।/p
pपौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान कृष्ण का जन्म आधी रात को कारागार में हुआ था।/p