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pयह त्रिशूर पूरम फेस्टिवल त्रिशूर के वडक्कुनाथन (शिव) मंदिर में हर साल पूरम दिन पर आयोजित किया जाता है।/p
pहिंदू पौराणिक कथाओं से आकर्षित, ओणम राजा महाबली और वामन का स्मरण करता है।/p
pइस दिन बहन अपने भाई के मस्तक पर टीका लगाकर रक्षा का बन्धन बांधती है, जिसे राखी कहते हैं।/p
pमन्नट्टू पद्मनाभन ने उस समय नायर में अंध विश्वास को दूर करने के लिए 'नायर सर्विस सोसाइटी' नामक एक संस्था की स्थापना की थी। केरल को भारत में शामिल करने के आंदोलन में उन्हें 68 साल की उम्र में जेल जाना पड़ा था।/p
pजन्माष्टमी हिंदू परंपरा के अनुसार कृष्ण का जन्म मथुरा में भाद्रपद महीने के आठवें दिन की आधी रात को मनाया जाता है।/p
pइस दिन रूप चौदस और काली चौदस जैसे कई त्योहारों का आयोजन किया जाता है। /p
pदशहरा या विजयादशमी का त्योहार बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार वीरता का उपासक, भारतीय संस्कृति का वीर उपासक है।/p